Saturday, 17 March 2012

317_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

साधना की शुरुआत श्रद्धा से होती है लेकिन समाप्ति ज्ञान से होनी चाहिये | ज्ञान माने स्वयंसहित सर्व ब्रह्मस्वरूप है ऐसा अपरोक्ष अनुभव |
Pujya Asharam Ji Bapu

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