Tuesday, 26 April 2016

1429_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

परमात्म-शान्ति

कल की चिन्ता छोड़ दो। बीती हुई कल्पनाओं को, बीती हुई घटनाओं को स्वप्न समझो। आने वाली घटना भी स्वप्न है। वर्त्तमान भी स्वप्न है।
एक अन्तर्यामी अपना है। उसी को प्रेम करते जाओ और अहंकार को डुबाते जाओ उस परमात्मा की शान्ति में।


 -Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
 

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