Monday, 17 August 2015

1313_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


पहले अमृत जैसा पर
बाद में विष से भी बदतर हो,
वह विकारों का सुख है।
प्रारंभ में कठिन लगे,
दुःखद लगे, बाद में
अमृत से भी बढ़कर हो,
वह भक्ति का सुख है।


-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

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