Sunday, 16 August 2015

1311_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU




स्मृति मात्रेण.....।

ईश्वर, परमात्मा हमारे से कभी दूर गये ही नहीं। उनकी केवल विस्मृति हो गई। आने वाले कल की चिन्ता छोड़ते हुए अपने शुद्ध आत्मा के भाव में जिस क्षण आ जाओ उसी क्षण ईश्वरीय आनन्द या आत्म-खजाना मौजूद है।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

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