Tuesday, 30 December 2014

1286_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU



~~~~ मधुर व्यवहार ~~~
असत्य, निंदा, चुगलखोरी और कठोरता - यह वाणी के पाप हैं ।

हित, मिट, शांत, मधुर और प्रिय भाषण - यह पाँच वाणी के गुण हैं ।

आप अमानी रहो । औरों को मान दो ।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

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