Saturday, 15 March 2014

1170_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU




ऐसा कौन है जो तुम्हें दुःखी कर सके? तुम यदि न चाहो तो दुःखों की क्या मजाल है जो तुम्हारा स्पर्श भी कर सके? अनन्त-अनन्त ब्रह्माण्ड को जो चला रहा है वह चेतन तुम्हीं हो।

- Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

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