Saturday, 4 May 2013

1086_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

हे परम पावन प्रभु !
अंतःकरण को
मलिन करनेवाली स्वार्थ व
संकीर्णता की
सब क्षुद्र भावनाओं से
हम सभी ऊपर उठें।

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