Thursday, 29 November 2012

940_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

परिस्थितियाँ तो चाहे जितनी बनें, उसमें संतोष नहीं होगा। लोभ बढ़ेगा, इच्छाएँ बढेंगी, वासना बढ़ेगी, संतोष नहीं होगा। संतोष तो स्व-आत्मा में ही होगा और कहीं न होगा।
-Pujya Asharam Ji Bapu

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