Tuesday, 27 November 2012

936_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

व्यक्ति जितना निःस्वार्थ होता है उतनी उसकी सुषुप्त जीवनशक्ति विकसित होती है। आदमी जितना स्वार्थी होता है उतनी उसकी योग्यताएँ कुण्ठित हो जाती हैं। 
-Pujya Asharam Ji Bapu

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