Wednesday, 31 October 2012

889_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

साधक का लक्ष्य परमात्मा है और संसारी का लक्ष्य तुच्छ भोग है। संसारी की धारा चिन्ता के तरफ जा रही है और साधक की धारा चिन्तन के तरफ जा रही है।
-Pujya asharam ji bapu

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