Monday, 28 May 2012

566_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

राग की वस्तु मिलने से राग मिटता नहीं, राग गहरा होता है। राग जहाँ भी आपने लगाया वहाँ दुःख दिये बिना नहीं छोड़ेगा।राग मिटाया जाता है अन्तर्मुखता से..
Pujya Asharam Ji Bapu

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.