Sunday, 13 May 2012

500_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

जीवन्मुक्त पुरुष सबमें होते हुए, सब करते हुए भी सुखपूर्वक जीते हैं, सुखपूर्वक खाते पीते हैं, सुखपूर्वक आते जाते हैं, सुखपूर्वक स्वस्वरुप में समाते हैं..
Pujya Asharam Ji Bapu 

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