Friday, 11 May 2012

484_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

लालची, मूर्ख और झगड़ालू लोगों के सम्पर्क में नहीं आना । त्यागी, तपस्वी और परहित परायण लोगों की संगति नहीं छोड़ना ।
कार्य सिद्ध होने पर, सफलता मिलने पर गर्व नहीं करना। कार्य में विफल होने पर विषाद के गर्त्त में नहीं गिरना।

Pujya Asharam Ji Bapu

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.