Wednesday, 25 April 2012

416_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

आप स्वप्नदृष्टा हैं और यह जगत आपका ही स्वप्न है | बस, जिस क्षण यह ज्ञान हो जायेगा उसी क्षण आप मुक्त हो जाएँगे |
Pujya Asharam Ji Bapu

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.