Saturday, 21 April 2012

391_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

इस सम्पूर्ण जगत को पानी के बुलबुले
की तरह क्षणभंगुर जानकर तुम आत्मा
में स्थिर हो जाओ । तुम अद्वैत दृष्टिवाले
को शोक और मोह कैसे ?

Pujya Asharam Ji Bapu

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