Saturday, 21 April 2012

383_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

अपने प्रति होने वाले अन्याय को
सहन करते हुए अन्यायकर्ता को
यदि क्षमा कर दिया जाये तो द्वेष
प्रेम में परिणत हो जाता है ।

Pujya Asharam Ji Bapu

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