Saturday, 21 April 2012

379_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

साधना की शुरुआत श्रद्धा से होती है
लेकिन समाप्ति ज्ञान से होनी चाहिये ।
ज्ञान माने स्वयंसहित सर्व ब्रह्मस्वरूप
है ऐसा अपरोक्ष अनुभव

Pujya Asharam Ji Bapu

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