Friday, 2 March 2012

268_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

शिष्य यदि गुरु की आज्ञा का पालन नहीं करता तो उसकी साधना व्यर्थ है।
जिस प्रकार अग्नि के पास बैठने से ठंड, भय, अंधकार दूर होते हैं उसी प्रकार सदगुरु के सान्निध्य में रहने से अज्ञान, मृत्यु का भय और सब अनिष्ट होते हैं।
Pujya asharam ji bapu

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