Tuesday, 28 February 2012

261_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

मन में भय, अशांति, उद्वेग और विषाद को स्थान मत दो। सदा शांत, निर्भय और प्रसन्न रहने का अभ्यास करो। अपनी महिमा में जागो। खामखाह क्यों दीन होते हो?
Pujya asharam ji bapu 

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