Sunday, 26 February 2012

257_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

याद रखो : आपके अंतःकरण में स्वास्थय, सुख, आनंद और शान्ति ईश्वरीय वरदान के रूप में विद्यमान है | अपने अंतःकरण की आवाज़ सुनकर निशंक जीवन व्यतीत करो | मन में से कल्पित रोग के विचारों को निकाल दो | प्रत्येक विचार, भाव, शब्द और कार्य को ईश्वरीय शक्ति से परिपूर्ण रखो | ॐकार का सतत गुंजन करो |

सुबह-शाम उपरोक्त विचारों का चिंतन-मनन करने से विशेष लाभ होगा | आनंद शांति  पूर्ण स्वस्थपूर्ण प्रसन्न

Pujya asharam ji bapu

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