Sunday, 5 February 2012

196_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

बाहर की परिस्थितियों से जो सन्तुष्ट होना चाहते हैं वे भोगी हैं। अपनी समझ या स्मृति का सदुपयोग करके जो सन्तुष्ट रहते हैं वे योगी हैं। वे अपने मन और बुद्धि को परमात्मा में अर्पित कर देते हैं।
Pujya asharam ji bapu

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