Sunday, 1 January 2012

95_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

यो गुरु स शिवः प्रोक्तो, यः शिवः स गुरुस्मृतः |

विकल्पं यस्तु कुर्वीत स नरो गुरुतल्पगः ||



जो गुरु हैं वे ही शिव हैं, जो शिव हैं वे ही गुरु हैं | दोनों में जो अन्तर मानता है वह गुरुपत्नीगमन करनेवाले के समान पापी है |
(श्री गुरुगीता)

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.