Monday, 30 January 2012

180_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

एके ते सब होत है सबसे एक न होई।
जो वस्तुएँ दिख रही हैं, वे चैतन्य के बिना रह नहीं सकतीं, लेकिन वस्तुओं के बिना चैतन्य रह सकता है।

Pujya asharam ji bapu  Satsang

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