Sunday, 27 November 2011

7_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

संसार की लहरियाँ तो बदलती जाएँगी इसलिए हे मित्र ! हे मेरे भैया ! हे वीर पुरुष ! रोत, चीखते, सिसकते जिन्दगी क्या बिताना? मुस्कुराते रहो.... हरि गीत गाते रहो... हरि रस पीते रहो.... यही शुभ कामना
Pujya asharam ji bapu :-

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