गुरूभक्तियोग में शारीरिक, मानसिक, नैतिक और आध्यात्मिक- हर प्रकार के अनुशासन का समावेश हो जाता है। इससे मनुष्य आत्पप्रभुत्व पा सकता है एवं आत्म-साक्षात्कार कर सकता है।
Guru-Bhakti Yoga includes every discipline, physical, mental, moral and spiritual which leads to Self-mastery and Self-realisation.
- Sri Swami Sivananda
Guru Bhakti Yog, Sant Shri Asharamji Ashram