1294_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

कपट का आश्रय लेने से
अंतःकरण मलिन होता है और
सत्य का आश्रय लेने से
अंतःकरण में
सिंह जैसा बल आ जाता है।
अतः कर्म में पुरुषार्थ और
विवेक के साथ सच्चाई को
सदैव साथ रखो।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Thursday, 26 March 2015

1293_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU



बहते संसार के
सुख-दुःख,
आकर्षण-विकर्षण में
चट्टान की नाईं
सम,निर्लिप्त रहना
ही बहादुरी है।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Thursday, 5 March 2015

1292_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU

क्या तुमने
आज किसी की कुछ सेवा की है?
यदि नहीं तो आज का दिन
तुमने व्यर्थ खो दिया। यदि
किसी की कुछ सेवा की है तो
सावधान रहो, मन में कहीं
अहंकार न आ जाय।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

Tuesday, 3 March 2015

1291_THOUGHTS AND QUOTES GIVEN BY PUJYA ASHARAM JI BAPU


कभी भी कोई भी कार्य
आवेश में आकर न करो।
विचार करना चाहिए कि
इसका परिणाम क्या होगा?
गुरुदेव अगर सुनें या जानें तो
क्या होगा? विवेकरूपी चौकीदार
जागता रहेगा तो बहुत सारी
विपदाओं से, पतन के प्रसंगों से
ऐसे ही बच जाओगे।

-Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu